मानव शरीर प्रकृति द्वारा बनाये जीवो के
शरीर में से सबसे ज्यादा रहस्मई है | हमारे शरीर ने अपने आप में ऐसे बहुत से राज
समेटे हुए है जिन्हें शायद अब तक हम जान नही पाए है| मानव का शरीर कुदरत की एक
अनोखी और अद्भुत रचना है, जिसके हर एक अंग का कोई जबाव नही है हमारे शरीर की हजारो
छोटी-छोटी ईकाइयाँ मिलकर एक बड़े तंत्र को सुचारू रूप से चलाती हैं| विज्ञानिकों के
सालो के प्रयास के बाद भी आज तक हम मानव शरीर के बारे में सब कुछ नहीं जान पाए है,
बहुत से ऐसे राज है जिन्हें अभी जानना अभी बाकि है लेकिन अब तक जो कुछ भी पता चला है
वह भी इतना अद्भुत है कि उससे हर कोई आश्चर्यचकित हो जाए| ऐसे ही कुछ अनोखे फैक्ट्स
हम आपके लिए लायें है:-
1. हमारे कान और नाक ऐसे अंग है जो
जिन्दगी भर बढ़ते रहते हैं|
2. एक सामान्य उम्र का व्यक्ति अपनी
पूरी जिंदगी में पृथ्वी के लगभग पांच चक्कर लगा लेता है|
3. हमारे ब्रेन तक अगर 5 मिनट के लिए ऑक्सीजन न पहुंचे तो ब्रेन डैमेज हो सकता है|
4. हम सिर्फ एक घंटे तक हैडफ़ोन पहनते है
तो हमारे कान में बैक्टीरिया की संख्या लगभग 100 गुना तक बढ़ जाती है|
5. हमें लगता है की हम अपनी आँखों से
देख है लेकिन ऐसा नही है हमारी आँख सिर्फ इनफार्मेशन को लेने का काम करती है और उस
इनफार्मेशन को दिमाग तक पहुचाती है और हमारा दिमाग उस इनफार्मेशन को समझ कर देखने
में हमारी मदद करता है|
6. हमारे
शरीर की सबसे छोटी हड्डी स्टेपिज़ होती है और वो कान के अंदर होती है, और सबसे बड़ी
हड्डी फिमर होती है जो जंघा में होती है|
7. जब
कोई व्यक्ति पैदा होता है तो उसके शरीर में करीब 300 हड्डियाँ होती है, लेकिन ऊम्र बड़ने पर
कुछ हड्डियाँ आपस में मिल जाती है और शरीर में हड्डियों की संख्या 206 हो जाती है|
8.
पृथ्वी पर इंसान ही ऐसा जीव है जो सीधी रेखा खींच सकता है|
9. कोई
व्यक्ति बिना खाए कई हफ्ते जिन्दा रह सकता है, परन्तु बिना नींद लिए वह केवल 11 दिन ही जीवित रह सकता है| इसके इलावा
एक सामान्य व्यक्ति अपने पुरे जीवन का लगभग 30% समय सोते हुए बिताता है|
10.
हमारा दिल एक मिनट में सामान्य 72 बार धडकता है और एक दिन में लगभग 103,680 बार धडकता है।
11.
हमारे शरीर का सबसे बडा आंतरिक अंग यकृत है। और यह एकमात्र ऐसा अंग है जो अपना एक
हिस्सा कट जाने या नष्ट हो जाने पर उस हिस्से को फिर से पूरा कर सकता है।
12. मानव शरीर जब 50 वर्ष की आयु पार कर जाता है तो उसके मस्तिष्क
की कोशिकाएँ तेजी से नष्ट होनी शुरू हो जाती है जिस कारण से दिमाग सिकुड़कर छोटा हो
जाता है। इसी बजह से वृद्ध लोगों की स्मरण शक्ति निरंतर कमजोर होनी शुरू हो जाती
है| 16. मनुष्य का मस्तिष्क पूर्ण रूप से ठोस
नहीं होता है, बल्कि इसका 80 प्रतिशत भाग पानी होता है। इसके इलावा
हमारा मस्तिष्क अपने ही दर्द की अनुभूति नहीं कर सकता है। मानवीय मस्तिष्क में हर क्षण 100,000 रासायनिक प्रक्रियाएँ होती हैं।
13. इंसानी खोपड़ी 29 प्रकार की अलग-अलग हड्डियों से बनी होती
है|
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